नए विजय दीनानाथ चौहान की पुरानी शपथ अग्निपथ
प्रदीप सरदाना
निर्माता करण जौहर साल की शुरूआत में ही अपनी दो फिल्में लाकर अपने नाम का डंका बजाने के मूड में हैं। इस 26 जनवरी को उनकी बहुचर्चित फिल्म ‘अग्निपथ’ रिलीज हो रही है तो 10 फरवरी को उनकी दूसरी फिल्म ‘एक मैं और एक तू’ रिलीज होगी। हालांकि करण ने इन दोनों फिल्मों का डायरेक्शन खुद न करके अन्य डायरेक्टर्स से कराया है। ‘अग्निपथ’ को करण मल्होत्रा डायरेक्ट कर रहे हैं। करण मल्होत्रा की बतौर डायरेक्टर यह पहली फिल्म है।
‘अग्निपथ’ सन् 1990 में आई धर्मा प्रोडक्शन की ही इसी नाम से बनी फिल्म का रीमेक है। हालांकि इस नई ‘अग्निपथ’ में कुछ बदलाव भी किए हैं। यूं पुरानी ‘अग्निपथ’ धर्मा प्रोडक्शन की बेहतरीन फिल्मों में से थी और करण के पिता यश जौहर उसे अपनी प्रिय फिल्म मानते थे। उस फिल्म का निर्देशन मुकुल आनन्द ने किया था। उस फिल्म में अमिताभ बच्चन हीरो थे और फिल्म का नाम ‘अग्निपथ’ भी उनके पिता और सुप्रसिद्घ कवि और लेखक डा$ हरिवंश राय बच्चन की एक कविता से लिया गया था। इस कविता की कुछ लाइन फिल्म के शुरू में गाई भी जाती हैं। फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ डैनी डेंग्जोआपा, माधवी, नीलम, मिठुन चक्रवर्ती, गोगा कपूर, आलोक नाथ और रोहिणी हट्टंगड़ी जैसे कलाकार थे।
अमिताभ बच्चन को इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था। यहां तक मिठुन चक्रवर्ती और रोहिणी को भी उस ‘अग्निपथ’ के लिए फिल्म फेअर का सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। अमिताभ बच्चन का फिल्म में बोला गया एक संवाद अमिताभ की जिन्दगी का तो यादगार संवाद है ही साथ ही इस संवाद की गिनती हिन्दी फिल्मों के 50 बेहतरीन लोकप्रिय संवादों में होती है। यह संवाद था – ‘विजय दीनानाथ चौहान, पूरा नाम, बाप का नाम दीनानाथ चौहान, मां का नाम सुहासिनी चौहान, गांव मंाडवा उम्र 36 साल 9 महीने 8 दिन और ये 16 वां घंटा चालू है।’ यह डायलॉग कादर खान ने लिखा था।
नई ‘अग्निपथ’ में विजय दीनानाथ चौहान का रोल ऋतिक रोशन कर रहे हैं तो विलेन कांचा चीना का डैनी वाला रोल संजय दत्त कर रहे हैं। मिठुन वाला रोल नई ‘अग्निपथ’ में नहीं है। प्रियंका चोपड़ा, ऋषि कपूर, जरीना वहाब, ओमपुरी और देवेन भोजानी फिल्म के अन्य प्रमुख कलाकार हैं। यहां तक कैटरीना कैफ भी इस फिल्म में एक आइटम नम्बर ‘चिकनी चमेली’ कर रही है। ‘अग्निपथ’ असल में मुम्बई अंडरवल्र्ड के एक गेंगस्टर मान्या सरवे की जिन्दगी पर आधारित है। पर इस फिल्म में सन् 1983 में रिलीज हुई हॉलीवुड फिल्म ‘स्कारफेस’ से भी काफी कुछ लिया गया।
फिल्म की कहानी मंाडवा गांव के उस विजय की है जिसके पिता एक स्कूल में हैडमास्टर हैं और अपने बेटे को कई अच्छी सीख देते हैं। लेकिन नशे का व्यापारी कांचा उसके पिता को फांसी देकर मार देता है। तब 12 साल का विजय अपनी गर्भवती मां को लेकर मुम्बई आता है और शपथ लेता है कि वह मंाडवा वापस जाकर अपने पिता की आन और शान उन्हें वापस दिलाएगा और कांचा से बदला लेगा। मुम्बई में वह एक और ड्रग्स माफिया किंग रऊफ लाला की छत्रछाया में अपनी नई जिन्दगी शुरू करता है। मुम्बई में विजय को कोई समझता है तो उसकी दोस्त काली जो हर घड़ी में उसका हौसला बढ़ाती है और उसके साथ मजबूती से खड़ी रहती है। अपना बदला लेने के लिए उसे अपने किन-किन रिश्तों को बलि चढ़ाना पड़ता है, क्या क्या त्याग करना पड़ता है और किन-किन मुश्किलों के दौर से गुजरना पड़ता है यह फिल्म में दिखाया गया है। ऋतिक रोशन को तो ‘गुजारिश’ के बाद ‘अग्निपथ’ में एक जबरदस्त रोल मिला ही है। वहां प्रियंका इस फिल्म में ‘कमीने’ के बाद फिर से मराठी लड़की का रोल कर रही है। पर प्रियंका कहती है -‘अग्निपथ’ में मेरा मराठी लुक और अंदाज कमीने से काफी अलग है।’